August 12, 2020

Hindi Poem - #1

 कोरा कागच है अपनी ज़िन्दगी 

इस पर लिखदो अपनी कहानी 

तुम जो सोचो होता वही है

तुम जो ना चाहो वो रहता यही है

चाहो सबको, सभी है जरुरी 

तभी रंगीन है दुनिया यह सारी


गुण है एक, अपनी ये ज़िन्दगी 

कह दो वो, तुम जो सुन्ना चाहो

पास आता है वही जो हम देंगे

रहता वही है, जो हम करेंगे

करना है बहुत, पाना है सब कुछ

आओ फिर साथ में हम गाए

तभी मधुर है, हवाएं ये सारी


एक दौड़ है ये अपनी ज़िन्दगी

दौड़ना तो सबको है एक दिन

दौड़ सको तो दौड़ो पूरी ताकत तक

ना दौड़ सको तो अपनी राह खुद बना लो

मंज़िल वही है सबकी, बस रहे अलग है

जीता वो नहीं जो सबसे तेज़ दौड़ा

पर वो जरूर जो दुसरो के लिए भी दौड़ा 

तभी मिठास है, हर जीत में 


सबसे पहले जीवन है, अपनी ज़िन्दगी में

आखरी पल तक जीना है इससे

रहना जाये कोई पल, जिसमे जी ना पाए हम

जिओ ऐसे की रोये दुनिया

जब तुम ना रहो इस दुनिया में

तभी सफल है, यही ज़िन्दगी तुम्हारी


कोरा कागच है अपनी ज़िन्दगी

इस पर लिखदो अपनी कहानी